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मेघालय पर निबंध | Essay On Meghalaya In Hindi

मेघालय पर निबंध | Essay On Meghalaya In Hindi- नमस्कार दोस्तों आपका हमारे आर्टिकल में स्वागत है आज के आर्टिकल में हम भारत के एक और महत्वपूर्ण राज्य मेघालय के बारे में विस्तृत रूप से अध्ययन करेंगे तो चलिए जानकारी प्राप्त करते हैं।

मेघालय पर निबंध | Essay On Meghalaya In Hindi

मेघालय पर निबंध | Essay On Meghalaya In Hindi
मेघालय भारत का एक पूर्वी राज्य है इस राज्य के नाम का यदि शाब्दिक अर्थ निकाला जाए तो वह होता है बादलों का घर यानी यहां बारिश बहुत ज्यादा होती है। यह राज्य असम का ही भाग हुआ करता था देश की आजादी के बाद 21 जनवरी 1972 को यह नया राज्य बनाया। 

यह बहुत ही सुंदर और प्राकृतिक रूप से मन मोहित करने वाला राज्य है इससे पूर्व का स्कॉटलैंड भी कहा जाता हैयह अंतरराष्ट्रीय व अंतरराज्यीय सीमा भी तय करता है अंतरराष्ट्रीय सीमाओं में यह बांग्लादेश के साथ तथा दक्षिण में असम राज्य के साथ अंतर राज्य सीमा साझा करता है।

यह पहाड़ी क्षेत्रों वाला राज्य है जहां आपको ऊंचे ऊंचे पहाड़ देखने को मिलते हैं। यहां सामान्य आदिवासी समुदाय के लोग निवास करते हैं जिसमें खासी जैतिया और गरो नामक जाति के लोग यहां रहते हैं।

पहाड़ों के साथ-साथ यहां भौगोलिक विविधता भी देखने को मिलती है जहां मैदान नदी घाटियां थी स्थित है। क्षेत्रफल के लिहाज चाहिए छोटा सा राज्य है इसका क्षेत्रफल 22429 वर्ग किलोमीटर है इस राज्य की जनसंख्या लगभग 25 लाख है। इस राज्य को असम से अलग करने वाली नदी ब्रह्मपुत्र है जो इन दोनों राज्यों के बीच सीमा बनाती है।

इस राज्य की राजधानी शिलांग है जो बहुत ही सुंदर और प्राकृतिक रूप से मनमोहक शहर है। यह राज्य जलवायु के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है यहां सामान्य जलवायु रहती  इस राज्य में वर्षा बहुत ज्यादा होती है जिस कारण इस राज्य को जिला राज्य भी कहा जाता है।

इस राज्य का लगभग 30% भाग वन क्षेत्र से घिरा है जिस कारण यहां वर्षा बहुत ज्यादा होती है सर्वाधिक वर्षा के लिए मशहूर मशीन राम चेरापूंजी इसी राज्य के भाग हैं। इस राज्य का सबसे ऊंचा पहाड़ सिलांग है जिसकी ऊंचाई 1966 मीटर है। 

इस राज्य की कुल जनसंख्या 2500000 है जिसमें जनजातीय आबादी सर्वाधिक है खासी जाति के लोग आधी आबादी हैं तथा अन्य गारो जाति के लोग एक तिहाई हैं तथा और अन्य जातियां जिसमें जयंतिया हजोंग भी यहां निवास करती है। 

अधिकांश पहाड़ी भाग होने के बावजूद यहां मैदानी भागों में कृषि की जाती है और यहां के अधिकतर लोग कृषि पर ही निर्भर है यहां की 80% आबादी कृषि पर अपना जीवन यापन करती है यहां सब्जियां और फल फ्रूट की खेती की जाती है। यहां के अनाज में चावल व मक्का मुख्य रूप से उगाया जाता है।

इस राज्य की शैक्षिक स्थिति काफी कमजोर है. यहाँ की साक्षरता दर 63 फीसदी है. जो काफी कम है. यहाँ 5517 कूल शैक्षिण संस्थाए पूरे राज्य में है. इस राज्य में केवल एक ही यूनिवर्सिटी जो राज्य की राजधानी शिलांग में नॉर्थ- इस्टर्न हिल युनिवर्सिटी है. 

मेघालय सांस्कृतिक रूप से काफी विकसित राज्य है. यहाँ परम्पराओ को आज भी चलाया जाता है. यहाँ नृत्य संगीत काफी प्रसिद्ध है. यहाँ विवाह अन्य गोत्र के साथ की जाती है.

यहाँ कई आज भी कुप्रथाए चलती है, जिनका ख़त्म होना जरुरी है. जिसमे नरबलि की प्रथा एक है. तथा यहाँ एक और प्रसिद्ध प्रथा यह है, कि किसी व्यक्ति की सबसे छोटी से विवाह करने वाला लड़का उसके ससुर के घर में रहता है. तथा उनकी सेवा करता है.

यदि लड़के के ससुर की मृत्यु हो जाती है, तो वह लड़का सासु से भी विवाह करता है. इस प्रकार यह प्रथा माँ और बेटी दोनों के लिए एक पति बनाती है. जो बहुत ख़राब प्रथा है. यह वर्तमान की जागरूकता को देखते हुए समाप्ति पर ही है.

मेघालय में अलग अलग जातियों के लोग द्वारा अलग अलग त्यौहार मनाए जाते है. जिसमे पांबलांग-नोंगक्रेम’ और शाद सुक मिनसीम'खासियों, गारो आदिवासी द्वारा सलजोंग व बेहदीनखलम जयंतिया मनाए जाते है. जो बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाए जाते है.

मेघालय भारत का अच्छा पर्यटन स्थल है, यहाँ देखने के लिए कई प्रसिद्ध स्थान है, जहा आप जाकर प्राकृतिक सुन्दरता को देख सकते है. यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शिलांग एक ऊँचा पठार पर स्थित मनोरम दृश्य वाला स्थान यहाँ उमियाम झील, वार्डस झील तथा उमियाम झील है. इसके आलावा नोकरेक नेशनल पार्क, बालपकराम नेशनल पार्क आदि प्रमुख है.

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