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विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर निबंध | Annual day function essay hindi

हर साल आयोजित वार्षिक उत्सव पर बच्चों के लिए निबंध बता रहे हैं. Annual day function essay in hindi में छोटा बड़ा हिंदी निबंध आपकों पढ़ने को मिलेगा जिसे आप anchoring speech for annual function in hindi रिपोर्ट अथवा अनुच्छेद के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं.

विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर निबंध | Annual day Function Essay In Hindi

विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर निबंध | Annual day function essay in hindi

हमारे विद्यालय का वार्षिक उत्सव प्रस्तावना वर्तमान काल में विद्यालयों में हर वर्ष वार्षिकोत्सव का आयोजन किया जाता है ऐसे उत्सव का छात्रों के जीवन पर बड़ा प्रभाव पड़ता है वार्षिकोत्सव मैं अनेक कार्यक्रम रखे जाते हैं. 

जिस में भाग लेने वाले छात्रों में नवीन उच्चा स्फूर्ति कथा इस सजगता आ जाती है और उन्हें बहुत कुछ व्यवहारिक शिक्षा मिल जाती है उत्सव की तैयारियां हमारे विद्यालय के प्रधानाध्यापक जी ने प्रार्थना सभा में घोषणा की की दो सत्ता बाद 24 अप्रैल को विद्यालय का वार्षिकोत्सव मनाया जाएगा. 

इस सूचना से सभी छात्र उत्सव की तैयारी में जुट गए गए कुछ छात्रों ने गुरुजनों की सहायता से एक एकांकी नाटक की तैयारी की और उसकी रियो सरल करने लगे कुछ शास्त्र गायन वादन और विचित्र वेशभूषा की तैयारियों में लग गए.

विद्यालय के मैदान में एक बड़ा पांडाल वह मंच बनाया गया और अभिभावकों को निमंत्रण पत्र भेजे गए उत्सव का आरंभ एवं कार्यक्रम निश्चित दिनों को प्रातः 9:00 बजे से वार्षिकोत्सव प्रारंभ हुआ. 

सभी आगंतुक अपने अपने स्थान पर बैठ गए उत्सव के मुख्य अतिथि राज्य शिक्षा मंत्री जी ठीक समय पर आ गए उनके आसन ग्रहण करते ही सर्वप्रथम 5 छात्रों ने वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत गाया इसके बाद स्वागत गाना हुआ और मंच पर बैठे सभी महानुभावों को पुष्प मालाएं पहनाई गई. 

इसके बाद प्रधानाध्यापक जी ने स्वागत भाषण दिया विविध कार्यक्रम वार्षिक उत्सव के अवसर पर वाद विवाद प्रतियोगिता अंत्याक्षरी एवं एकल गायन प्रतियोगिता प्रारंभ हुई इसके बाद लंबी कूद ऊंची कूद आदि का आयोजन हुआ. 

फिर हॉकी फुटबॉल के मैच में 2 घंटे की विश्राम के बाद रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए इसमें छात्रों ने ऐकनिभय एकांकी नृत्य विचित्र वेशभूषा आदि को आकर्षण रूप में प्रस्तुत किया इन सभी कार्यक्रमों के बाद मुख्य अतिथि का भाषण हुआ. 

उन्होंने छात्रों को सच्चरित्राशील तथा कर्तव्य परायण बनने का उपदेश दिया इसके बाद छात्रों को पुरस्कार का वितरण किया गया अंत में प्रधानाध्यापक जी ने सभी आगंतुकों को धन्यवाद दिया.

इस प्रकार बड़ी हंसी खुशी के वातावरण में हमारे विद्यालय का वार्षिकोत्सव संपन्न हुआ उपसंहार प्रत्येक विद्यालय में उत्सव मनाए जाते हैं इन छात्रों को प्रोत्साहन मिलता है. 

शादी अभिभावकों को अपने बालकों के मानसिक विकास का वास्तविक परिचय मिलता है वार्षिक उत्सव के आयोजन से जहां विद्यालय की गतिविधियों का पता चलता है वहां शास्त्रों में परस्पर सहयोग संगठन आदि गुणों का विकास भी होता है

विद्यालय का वार्षिकोत्सव निबंध 300 शब्द

विद्यालय जीवन में वार्षिकोत्सव का एक विशेष महत्व होता है विद्यालय में वर्ष भर में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं , जैसे स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्रता दिवस, शिक्षक दिवस इत्यादि।

इसी प्रकार वार्षिकोत्सव अपना एक विशेष महत्व होता है, यह वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता है ।विद्यालय का वार्षिकोत्सव महोत्सव बहुत ही विशेष होता है जिसका विद्यार्थी वर्ष भर इंतजार करते हैं


विद्यालय के वार्षिक उत्सव में अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं जिसमें विद्यार्थी भाग लेते हैं। वार्षिकोत्सव महोत्सव में विद्यालय की सबसे सीनियर कक्षा के विद्यार्थियों का विदाई समारोह होता है।


यह आमतौर पर वर्ष के जनवरी या फरवरी माह में विद्यालय में आयोजित किया जाता है क्योंकि मार्च में बोर्ड के विद्यार्थियों का एग्जाम होता है और उससे एक माह पहले उनको विदाई दी जाती है।


वार्षिकोत्सव महोत्सव हर विद्यार्थी के जीवन में एक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि विद्यार्थियों को इस दिन  विद्यालय से विदाई होती है उनके लिए  यह विद्यालय का अंतिम दिन होता है उसके बाद उनको उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज में जाना होता है।


विद्यालय के वार्षिकोत्सव महोत्सव में मुख्य अतिथि को आमंत्रित किया जाता है जो कोई समाज का प्रतिष्ठित व्यक्ति होता है । वे विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने को प्रेरित करता है।


वार्षिकोत्सव महोत्सव के दिन पूरे विद्यालय में सजावट की जाती है और उस दिन प्रधानाध्यापक सभी विद्यार्थी,अध्यापक नई पोशाक पहनकर और सज -धज कर विद्यालय आते हैं। विद्यालय में लगभग 10 - 15 दिन पहले से ही वर्षिकोत्सव महोत्सव की तैयारियां शुरू हो जाती है।


सीखो उत्सव महोत्सव के दिन कहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं जिनमें जिनमें संगीत नृत्य खेलकूद जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस दिन विद्यालय में नाश्ता भी करवाया जाता है। इस प्रकार वार्षिकोत्सव महोत्सव एक ऐसा दिन होता है जो विद्यार्थी को उसके पूरे जीवन भर याद रहता है। 


विद्यालय का वार्षिकोत्सव निबंध 500 शब्द

वार्षिकोत्सव प्रत्येक विद्यार्थी के जीवन का एक वह दिन होता है जिससे जब भी वह अपने विद्यालय के दिनों को याद करता है तो उसे सबसे पहले उसे वर्षिकोत्सव का दिन याद आता है।

हमारे विद्यालय में भी पिछले महीने वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। इस दिन हमारा पूरा विद्यालय बहुत ही सजा हुआ था। हमारे विद्यालय में वार्षिकोत्सव की तैयारियां 20 दिन पहले से ही शुरू कर दी गई थी। पूरे विद्यालय में साफ सफाई करवाई गई, विद्यालय के पुताई करवाई गई, और विद्यालय मैदान को साफ और समतल किया गया।

हमारे विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने 1 फरवरी को ही विद्यालय की प्रार्थना सभा में यह घोषणा कर दी थी कि 20 फरवरी को विद्यालय में वार्षिकोत्सव मनाया जाएगा। यह सुनकर सभी में बहुत ही उत्साह और जोश भर गया।


इसके बाद विद्यालय के सभी विद्यार्थी, अध्यापक और स्टाफ वर्षिकोत्सव की तैयारियों में जुट गए। वार्षिकोत्सव के लिए निमंत्रण पत्र छपवाएं गए। जिन विद्यार्थियों को वर्षिकोत्सव के दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेना था वह उसकी तैयारी में जुट गए। जब इंतजार के बाद वर्षिकोत्सव का दिन आया तो उस सुबह सभी बहुत ही उत्साहित नजर आ रहे थे।


विद्यालय के सभी स्टाफ एक नई ऊर्जा नई उमंग के साथ एक नई पोशाक में और सज धज कर आए हुए थे। हमारे विद्यालय की ओर से अनेक अतिथियों को भी आमंत्रण दिया गया था।


हमारे क्षेत्र और समाज के कई प्रतिष्ठित व्यक्ति उस दिन विद्यालय  आए थे।विद्यालय में एक बड़ा  मंच लगाया गया था और विद्यार्थियों के बैठने के लिए टेंट लगाया गया था। 


कार्यक्रम की शुरुआत  में हमारे प्रधानाध्यापक और अध्यापकों ने सभी मुख्य अतिथियों और अतिथियों का साफा पहनाकर और माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद जिन विद्यार्थियों ने पिछले वर्ष परीक्षाओं में टॉप किया था उनको मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया।


इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। जिनमें मैं विद्यालय की लड़कियों और लड़कों ने नृत्य कार्यक्रम की सुंदर प्रस्तुति दी। उनके शानदार प्रदर्शन ने सभी का मन मोह लिया, और कार्यक्रम की सुंदरता को चार चांद लगा दिया।


इसके बाद भी एक के बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रम होते रहे किसी ने नृत्य तो किसी ने संगीत से सभी का मन मोह लिया। इसके बीच में खाने पीने के लिए नाश्ते की व्यवस्था भी की गई।


इनके साथ ही विद्यालय में कई खेलकूद प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। विद्यार्थियों की अद्भुत खेल कौशल ने सभी को प्रभावित किया। 


विद्यालय के जो गणमान्य अतिथि और मुख्य अतिथि आए हुए थे उन्होंने भी अपना उद्बोधन दिया। मुख्य अतिथि सर ने बताया कि जीवन में हमेशा मेहनत को अपना सारथी बना कर आगे बढ़ना है।


जीवन में आने वाली असफलताओं से कभी हार नहीं माना है और लगातार प्रयत्न करके अपने सपने को साकार करना है। उन्होंने विद्यार्थियों के जीवन के करियर ऑप्शन पर चर्चा की और विद्यार्थियों को बताया कि वह इन क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं।


उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन में उच्च आदर्शों को स्थापित करने की बात कही। इस से विद्यार्थी बहुत ही प्रभावित हुए और और इन बातों को जीवन में ग्रहण करने का संकल्प लिया।


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