अक्षय तृतीया पर निबंध Essay On Akshaya Tritiya In Hindi 2024- नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है, आज के हमारे आर्टिकल में हिन्दू धर्म के अनेक त्यौहार है, जो समय समय पर बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाते है. जिसमे अक्षय तृतीया प्रमुख है. आज के आर्टिकल में हम अक्षय तृतीय के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे.
अक्षय तृतीया पर निबंध Essay On Akshaya Tritiya In Hindi
हमारे देश में समय-समय पर बड़े-बड़े त्यौहार मनाये जाते है. इसलिए हमारे देश को त्योहारों का देश भी कहते है. हिन्दू के प्रमुख त्योहारों में से एक अक्षय तृतीया जिसे हम ''आखातीज'' भी कहते है.ये त्यौहार हिन्दू का त्यौहार है.
अक्षय तृतीया हिन्दुओ का प्रमुख त्यौहार है. ये त्यौहार हर वर्ष वैशाख महीने में शुक्ला पक्ष के तृतीया को बड़ी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है. ये त्यौहार अंग्रेजी महीनो में ये त्योहार मई महीने मे आता है। 2024 मे अक्षय तृतीया यानि आखातीज शुक्रवार, 10 मई को है।
इस दिन को लाभदायक दिन माना जाता है. ये दिन सफलता का प्रतीक माना जाता है. ये बहुत ख़ुशी का त्यौहार होता है. ये त्यौहार सभी के लिए प्रतिकूल होता है.
ये सभी को लाभन्वित करता है. माना जाता है. कि इस दिन किया गया कार्य सफल होता है. तथा जो पहले से कर रहे है. उन्हें इस दिन सफलता मिलती है.
इस त्योहार की मान्यता- हिन्दू धर्म के लिए ये एक विशेष दिन माना जाता है। इस दिन को लेकर कई मान्यताए प्रचलित है। माना जाता है। कि इसी दिन भगवान विष्णु ने परशुराम के रूप अवतार लिया था।इसलिए इसे परशुराम के जन्म दिन के रूप मे भी मानते है।
अक्षय तृतीया की विशेषता- अक्षय तृतीया अन्य त्योहारो से काफी भिन्न होता है। इस त्योहार की पुजा विशेष ढंग से की जाती है। इस दिन को नए कार्य को करने के लिए भाग्यशाली माना जाता है। इसलिए इस दिन अनेक लोग अपनी शादी इसी दिन करते है। माना जाता है।
इस दिन किया गया कार्य शुभ होता है। इसलिए इस दिन लोग अनेक नई-नई गड़िया खरीदते है। इस दिन को दान करने का सबसे बड़ा दिन कहा जाता है। इस दिन किया गया दान हमे स्वर्ग मे मिलता है। ये त्योहार कई वर्षो से चला आ रहा है।
निष्कर्ष- कहा जाता है। कि इस दिन हमे गरीबो को भोजन करवाना चाहिए। गरीबो को भोजन देने से हमे अगले जन्म मे अच्छा जीवन मिलता है। इस दिन किए गए कार्य को धन कि देवी माता लक्ष्मी जी देखती है।
और जो इस दिन अच्छा कार्य करता है। उस पर लक्ष्मी जी मेहरबान होती है। तथा उसे धनवान बना देती है। माना जाता है। कि इस दिन भगवान हमारी सभी इच्छाओ की पूर्ति करते है।
Essay On Akshaya Tritiya In Hindi 2024
हिंदुओं के पवित्र त्योहारों में से एक अक्षय तृतीया हिंदुओं का प्रमुख त्योहार माना जाता है यह त्यौहार हिंदू कैलेंडर के अनुसार वैशाख माह की शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है.
इस त्योहार को हम अपनी भाषा में आखातीज नाम से भी जानते हैं जिसका अर्थ होता है जो कभी खत्म ना होने वाला इसलिए माना जाता है की यह दिन हमारे लिए वस्तुओं की खरीदारी का सबसे शुभ दिन माना जाता है इस दिन जितने पुण्य किए जाए उतने हमें हमारे लिए कम है.
हिंदुओं के इस त्यौहार आखातीज से लेकर कई मान्यताएं प्रचलित है माना जाता है पीएच दिन भगवान विष्णु ने परशुराम के रूप में जन्म लिया था
और इस दिन को परशुराम की जयंती के रूप में मनाते हैं कई लोगों का मानना है कि किए चंदन गंगा नदी ने भगवान शिव के सिर से जमीन पर प्रवेश किया था
अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु तथा उनकी धर्मपत्नी लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है भगवान विष्णु का प्रिय भोजन चावल चढ़ाकर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है तथा माता लक्ष्मी को तुलसी के पत्तों का भोजन अर्पित किया जाता है.
साथ ही अन्य त्योहारों की तरह इस त्यौहार में भी दीपक जलाकर मोमबत्तियां जलाकर इस त्यौहार को बड़ी धूम-धाम के साथ मनाते हैं यह त्यौहार गर्मी के मौसम में आता है इसलिए इमलिया के रस को भी भगवान को चढ़ाते हैं
माना जाता है कि इस दिन किया गया परोपकार हमारे लिए जीवन को सुखी बना देता है इसीलिए इस दिन लोग गरीबों को भोजन कराते हैं तथा उन्हें सहायता करते हैं इस दिन को दानवीर दिन भी माना जाता है.
इस दिन को नए कार्य करने के लिए शुभ दिन माना जाता है इसलिए इस दिन लोग बहुत ही नए-नए कार्य करते हैं जैसे शादी नई गाड़ियां खरीदना नए कपड़े खरीदना नए बर्तन खरीदना आदि इसी दिन खरीद कर खुद को सौभाग्य पूर्ण मानते हैं. इसे सफलता का प्रतीक माना जाता है
अक्षय तृतीया 2024 में यह शुक्रवार, 10 मई को मनाई जाएगी. यह हिंदुओं द्वारा बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है माना जाता है कि इसी दिन भगवान कृष्ण उनके मित्र सुदामा का मिलन हुआ एचडी हार पर कई लोग पर्व भी रखते हैं.
माना जाता है कि इस दिन किए गए पुण्य हमारे लिए स्वर्ग में जगह बनाते हैं इस दिन कई लोग जागरण रखकर हवन करते हैं तथा गरीबों को दान देते हैं कई लोग अपने नए घर में मुहूर्त के हिसाब से निवास करते हैं क्योंकि पूरे साल का सबसे पवित्र दिन अक्षय तृतीया को माना जाता है.
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