100- 200 Words Hindi Essays 2024, Notes, Articles, Debates, Paragraphs Speech Short Nibandh Wikipedia Pdf Download, 10 line

बालिका शिक्षा पर निबंध Essay On Girl Education In Hindi

भारत में बालिका शिक्षा पर निबंध Essay On Girl Education In Hindi नमस्कार दोस्तों हमारे देश में बालिका शिक्षा को काफी महत्व दिया जा रहा है. जिस कारण बालिका शिक्षा को काफी बढ़ावा भी मिला है. आज हम बालिका शिक्षा के बारे में पढेंगे.

बालिका शिक्षा पर निबंध Essay On Girl Education In Hindi

बालिका शिक्षा पर निबंध Essay On Girl Education In Hindi

 हमारे समाज मे प्राचीन काल से ही नारी को देवी का रूप माना गया और कहा गया कि जहां-जहां नारियों की पूजा की जाती है वहां देवता भी क्रीडा करते हैं। वर्तमान समय तक नारी ने शिक्षा के बल पर ही सम्मानजनक स्थिति प्राप्त की है।

स्वतंत्रता के बाद और विशेषकर अंतिम दो दशकों में नारी शिक्षा को बढ़ावा दिया गया। साक्षर भारत मिशन हो या सर्व शिक्षा अभियान जैसे कई अभियानों तथा योजनाओं के माध्यम से महिला शिक्षा को नई ऊंचाइयां प्रदान की गई। 

संविधान संशोधन के द्वारा प्राथमिक शिक्षा को अनिवार्य शिक्षा बनाया गया तथा मूल कर्तव्य के रूप में माता-पिता को अपनी संतान को प्राथमिक शिक्षा दिलाना मौलिक कर्तव्य घोषित किया गया।

महिला शिक्षा के बिना किसी भी देश का विकास संभव नहीं है. महिलाओ की शिक्षा से ही बेटिया भी शिक्षित बन सकती है. देश को विकसित बनाने में बालिका शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है.

एक महिला शिक्षित होकर पुरे समाज को शिक्षित बना सकती है. शिक्षा के प्रचार का सबसे श्रेष्ठ संसाधन नारी शिक्षा है. इससे ही देश में शिक्षा का स्तर काफी उठता है.

बालिका शिक्षा का महत्व

हमारे देश का विकास कराने के लिए बालिका शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है. वैसे तो बालिका शिक्षा अकेली देश का विकास नहीं कर सकती पर हमारे देश में पुरुष शिक्षा उच्च स्तर की है. इसलिए अब पीछे बची महिला शिक्षा पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है.

एक-एक शिक्षित व्यक्ति का बहुत महत्व होता है. कई लोग मिलकर परिवार बनाते है. तथा परिवार मिलाकर समाज बनाते है. परिवार का सबसे प्रमुख सदस्य महिला होती है.

बालिकाओ की शिक्षा से भी महत्वपूर्ण बालिकाओ की शिक्षा के महत्व के बारे में लोगो को महसूस करना है. हम या सरकार जोर-जबरदस्ती से किसी की बेटियों को नहीं पढ़ा सकते है. पर हम लोगो के मन में बालिका शिक्षा में महत्व को समझकर उन्हें प्रेरित कर सकते है. 

जब तक मनुष्य को किसी भी वस्तु का महत्व का अहसास नहीं होता है. तब वह चीज उसके लिए कोई काम की नहीं होती है. पर उसे अहसास होने पर वह बहुत पछतायेगा.

इसलिए बालिका शिक्षा के महत्व को समझो तथा उन्हें उच्च शिक्षा ग्रहण कराओ. एक अभिभावक का यही कर्तव्य होता है. कि वह अपने बच्चो को शिक्षा ग्रहण कराये. 

हमारे देश का भविष्य संवारने में बालिका शिक्षा का अहम योगदान होगा. हमारे देश में सरकार नए-नए अभियान चलाकर बालिका शिक्षा को बढ़ावा दे रहे है. पर आज भी लोग बालिका शिक्षा को अनदेखा कर रहे है.

बालिका को शिक्षा प्राप्त की जाये तो वे पुरुषो से भी आगे बढ़ सकती है. भारत सरकार बालिका शिक्षा के लिए निशुल्क शिक्षा ग्रहण कराती है. तथा अनेक विशेष अधिकार बालिकाओ को प्रदान करा रही है.

कक्षा 9 की बालिकाओ को निशुल्क साईकिल वितरण की जा रही है. हर साल देश लाखो साईकिले बालिकाओ को वितरण की जाती है. तथा जो बालिका पढाई में होनहार होती है. और वे निश्चित प्राप्तांक प्राप्त कर लेती है. तो सरकार उन्हें गार्गी पुरस्कार से सम्मनित करती है. 

यदि महिलाओ को पूर्व में शिक्षा प्रदान कराई जाती तो आज भी बालिकाओ की शिक्षा का स्तर इतना कमजोर नहीं होता. बालिका शिक्षा ग्रहण करके अपने सम्पूर्ण समाज को शिक्षा के लायक बना सकती है. 

आज भी हमारे देश में लगभग 35 प्रतिशत नारिया अशिक्षित है. जिसका कारण अंग्रेजो का काल है. हमारे देश की आजदी को लगभग 73 साल हो चुके है. 

पर अभी-भी अंग्रेजो की सरकार की वजह से महिला अशिक्षित है. पिछले कुछ दशको में हमारे देश में शिक्षा का स्तर काफी बढ़ा है.

शिक्षित नारी बनाम अशिक्षित नारी

आज के इस ज़माने में शिक्षित नारी और अशिक्षित नारी में काफी अंतर देखने को मिलता है, शिक्षित तथा अशिक्षित महिला के शरीर में कोई अंतर नहीं होता है. पर इनकी सोच अलग-अलग होती है.

इनके कार्य करने का तरीका अलग होता है. शिक्षित नारी की भावनात्मक सोच भी अलग होती है. वे हर कार्य में बल-बुद्दी का प्रयोग करती है.

वही अशिक्षित महिला अपने बल और अपने जिद्द से कार्य करती है. जो कि कभी सफल नहीं हो सकता है. अशिक्षित महिला कानून नियम कायदों के बारे में नहीं जानती है.

वह अपने मन को जो अच्छा लगता है. वह करती है. चाहे वो कोई अपराध क्यों  न हो. तथा शिक्षित महिला एक कार्य को करने से पहले हजार बार उसके बारे में सोचती है.

क्या ये सही या गलत है. क्या इससे किसी को नुकसान होगा. शिक्षित महिला मान-मर्यादा को अच्छे ढंग से पहचानती है. शिक्षित महिला हर बात को समझने में समर्थ होती है. 

वहीँ अशिक्षित के लिए समझाना बहुत ,मुश्किल होता है. शिक्षित महिला के विवाद को  आसानी से निपटाया जा सकता है. पर अशिक्षित के लिए ये असंभव होता है.

शिक्षित महिला अपने कर्तव्य को बेहतर ढंग से निभाती है. वहीँ अशिक्षित के लिए ये कार्य आसन नहीं होता है.वे अपनी जिम्मेदारी को समझ ही नहीं पाती है.

शिक्षित महिला अपने परिवार अपने बच्चे तथा खुद के भविष्य के बारे में सोचती है.तथा सभी को ज्यादा से ज्यदा शिक्षा प्रदान करती है. जिससे उनका भविष्य सुरक्षित हो सकें.एक शिक्षित बेटी हर काम कर सकती है. जो कोई पुरुष कर सकता है.

बालिका शिक्षा की आवश्यकता

हमारे देश के विकास में बालिकाओ का अहम योगदान है. बालिकाओ को अवसर कम मिलते है. पर जब बालिकाओ को अवसर प्राप्त होता है. तो वे बालिका शिक्षा की आवश्यकता को दर्शाती है.
तथा पुरुषो से भी अच्छी तरह कार्य को अंजाम देती है. 

हमारे देश में अनेक ऐसे कार्य बालिकाओ ने किये है. जिसे कर पाना पुरुषो के लिए असंभव था. बालिकाए हमारे देश को सामाजिक तथा आर्थिक रूप से भी सहायता प्रदान करती है.

बालिका शिक्षा महत्वर्पूण सरकारी योजनाएँ

बालिका शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सरकार पिछले कुछ दशको से अनेक योजनाए चला रही है. कुछ योजनाए ऐसी भी है. जिससे बालिका शिक्षा की और समाज आकर्षित हो.

जैसे कुछ योजनाओ की तहत बालिकाओ को आर्थिक सहायता मिलती है. तो कुछ लोग पैसो के लालच में बालिका को शिक्षित बनाते है. भारत सरकार द्वारा बालिका शिक्षा के लिए योजनाए चलाई गई है. 

  • इंदिरा महिला योजना
  • बेटी बचाओ बेटी बढाओ योजना 
  • सर्व शिक्षा अभियान
  • राष्ट्रीय महिला कोष
  • महिला समृधि योजना
  • रोज़गार तथा आमदनी हेतु प्रशिक्षण केंद्र
  • धनलक्ष्मी योजना
  • बालिका समृद्धि योजना

बालिका शिक्षा के लाभ

एक शिक्षित बालिका के अनेक लाभ होते है. एक शिक्षित बालिका किसी भी नए कार्यो को करनी की नीव डाल सकती है. जिससे देश का गौरव बढ़ता है.

एक बालिका की सफलता को देखकर अनेक लोग अपनी बेटियों को भी सफल बनाने के लिए मोटिवेट  होते है.उदहारण के लिए भारतीय अन्तरिक्ष यात्री कल्पना चावला.शिक्षित बालिका अपने भविष्य के अनुरूप अपने भविष्य को सुरक्षित तथा आरामदायक बना सकती है.

बालिकाओ की शिक्षा तथा उनकी सफलता को देखकर कन्या भ्रुण हत्या जैसे अपराधो में कमी आ सकती है. शिक्षित बालिका बचपन से ही अपने जीवन के भविष्य के बारे में जान लेती है.

जिससे वह अपने भविष्य को सुधरने का कार्य कर सकती है. शिक्षित बालिकाएं बड़ी-बड़ी खोज कर सकती है. शिक्षित बालिका को अपने समाज में ढंग से रहना जानती है. छोटे-बड़े लोगो के साथ अच्छा व्यवहार  करना सिख जाती है.

नारी शिक्षा के उद्देश्य

किसी देश का विकास करने के लिए उस देश में नारी शिक्षा न\बेहद जरूरी है. आज के ज़माने में हमारे देश बहुत तेजी  से प्रगति कर रहा है. जिसका कारण महिला साक्षरता दर में हो रही वृद्धि इसका प्रमुख कारण है. 

देखा जाए तो हमारे देश में पुरुषो की तुलना में महिला बहुत कम शिक्षित है. पर पुरुषो से कम शिक्षित होने के बाजजूद महिलाए पुरुषो के बराबर सेवाएँ दे रही है. हर कार्य जो पुरुष करता है. वह कार्य महिलाए कर रही है. हमारे देश का बालिका शिक्षा का उद्देश्य निम्न है-

  1. बालिकाओ का भविष्य  बेहतर ढ़ग के लिए मजबूत बनाना. 
  2. महिलाओं के कार्यक्षेत्र में वृद्धि । 
  3. महिलाओं तथा पुरुषो को सामान अवसर प्रदान कराना तथा साक्षरता दर को बढ़ाना।
  4. महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।
  5. महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाना.
  6. महिलाओ का भविष्य निर्माण खुद करना.
  7. नारी शिक्षा से देश का विकास कराना. 

निष्कर्ष

बालिका शिक्षा के अनेक योजनाओ के चलते हमारे देश में बालिका शिक्षा के स्तर को काफी बढ़ावा मिला है. बालिकाओ की सफलता से प्रेरित होकर अनेक माता-पिता ने अपनी बालिकाओ को भी शिक्षा दिलाने का प्रयास किया है.

हमारी बेटिया शिक्षित होकर हमारे लिए वरदान साबित हो सकती है. इसलिए सरकार द्वरा चलाई जा रही योजनाओ का प्रचार-प्रसार करें. तथा सभी को बालिका शिक्षा के लिए प्रेरित करें. हमारे देश में हो रहे नारी तथा पुरुष के भेद को मिटाकर सभी को सामान अवसर प्राप्त हो.

ये भी पढ़े

उम्मीद करता हूँ, दोस्तों आज का हमारा लेख निबंध,अनुच्छेद, पैराग्राफ बालिका शिक्षा पर निबंध Essay On Girl Education In Hindi आपको पसंद आया होगा, यदि लेख अच्छा लगा तो शेयर करें.