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मेरा प्रिय वैज्ञानिक पर निबंध Essay On Mera Priya Vaighyanik In Hindi

मेरा प्रिय वैज्ञानिक पर निबंध Essay On Mera Priya Vaighyanik In Hindi- नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है, आज के हमारे आर्टिकल में जिसमे हम [ मेरा प्रिय वैज्ञानिक अब्दुल कलाम ] के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे.

मेरा प्रिय वैज्ञानिक पर निबंध Essay On Mera Priya Vaighyanik In Hindi

मेरा प्रिय वैज्ञानिक पर निबंध Essay On Mera Priya Vaighyanik In Hindi
वैज्ञानिक एक ऐसा शब्द है, जो आज से हजारो साल पहले भी यूज में लिया जाता था. हजारो सालो से अनेक चीजो पर वैज्ञानिको ने अपने अपने निष्कर्ष निकाले है, तथा खोज कर हमें वस्तुओ की वास्तविकता से अवगत करवाया है. 

बात वैज्ञानिको की करने पर हमारा प्यारा भारत सबसे आगे आता है, क्योकि यहाँ के ऋषि मुनि एक वैज्ञानिक हुआ करते थे. और आज तक हम हजारो खोज कर चुके है. भलेही हमें कई कार्यो का श्रेय नही मिल सका. जिसमे पृथ्वी गोलाकार है.

भारत में अनेक वैज्ञानिक हुए है. जिन्होंने अपने कार्यो से भारतीय भूमि का नाम ऊँचा किया है, जिसमे डॉ विक्रम साराभाई, सीवी रमन, आर्यभट्ट तथा अब्दुल कलाम मुख्य है.

मेरा प्रिय वैज्ञानिक अब्दुल कलाम है. जिन्हें हम प्यार से मिसाइल मैन के नाम से जानते है. ये भारत के सर्वोपरि पद राष्ट्रपति भी रह चुके है. भारत के इस महान वैज्ञानिक को भारत रत्न भी दिया गया.

अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ. इनका जन्म मुस्लिम परिवार में हुआ था. जहा इनकी आर्थिक स्थिति बहुत ख़राब होने के कारण गुजारा करने के लिए अख़बार तक बेचने पड़ते थे.

अब्दुल कलाम ने जीवन में कभी हार नहीं मानी विपरीत परस्थितियो में भी अपने आप को नहीं कोसा. गरीबी के कारण प्रारंभिक शिक्षा में समस्याओ का सामना करना पड़ा. तथा अभी शिक्षा पूर्ण करने के बाद पायलट बनने का सपना देखा जिसे परीक्षा के द्वारा उतीर्ण नही कर सकें.

अपने सपने को साकार करने के लिए भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन से जुड़ गए तथा उपग्रह प्रेक्षण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने लगे. भारत का अपना पहला स्वदेशी उपग्रह अन्तरिक्ष में भेजने में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा.

कलाम साहब की देखरेख में भारत में दूसरा परमाणु परिक्षण भी सफलता पूर्वक किया गया. 2002 में ये भारत के राष्ट्रपति भी बने. शिलांग में रहने योग्य ग्रह पर भाषण देते वक्त अंतिम श्वांस ली.

अब्दुल कलाम को अपने कार्यो के लिए अनेक पुरस्कार दिए जिसमे भारत रत्न (1997), पद्म विभूषण (1990),  राष्ट्रीय एकता के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार (1997) तथा पद्म भूषण (1981) आदि आवार्ड द्वारा नवाजा गया.

इनके साथ ही इन्हें रामानुजन पुरस्कार (2000), किंग चार्ल्स द्वितीय पदक (2007), तथा  अंतर्राष्ट्रीय वॉन कर्मन विंग्स पुरस्कार (2009) से भी सम्मानित किया गया. आज हमारे लिए कलाम साहब एक प्रेरणा का स्रोत है.

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