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गणतंत्र दिवस पर निबंध | Essay on Republic Day in Hindi 2024

गणतंत्र दिवस पर निबंध Essay On Republic Day  In Hindi- आप सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाईयाँ और शुभकामना. जैसा कि आप जानते है, कि हर साल हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते है. आज के आर्टिकल में हम गणतंत्र दिवस के पावन पर्व के बारे में जानेंगे.

गणतंत्र दिवस पर निबंध | Essay on Republic Day in Hindi

गणतंत्र दिवस पर निबंध | Essay on Republic Day in Hindi 2023
हमारे देश में अनेक राष्ट्रीय पर्व मनाये जाते है. जिसमे गणतंत्र दिवस प्रमुख है. इसे हम 26 जनवरी के दिन मनाते है.ये वो दिन है. जिस दिन हमारे देश में सविंधान लागु हुआ था. ओर इसी दिन से हमारे देश में गणतंत्र दिवस के रूप में इस दिन को मनाया जाता है.

गणतंत्र दिवस के दिन सम्पूर्ण भारत में इस दिन ध्वजा रोहन कर देश की आन-बान-शान को दर्शाया जाता है.इस दिन प्रत्येक भारतीय इस उत्सव में भाग लेता है. और इसे बड़ी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है.

इस दिन विद्यालयों,कार्यालयों,कॉलेजों,बैंक तथा सामूहिक स्थलों पर गणतंत्र दिवस का पर्व मनाते है.इस दिन अनेक वार्षिक उत्सव एंव कार्यकर्मो का भव्य आयोजन किया जाता है.

इस दिन विद्यार्थी तथा शिक्षक गण मंच पर अपनी प्रस्तुति देते है. जिसमे कोई भाषण तो कोई निबंध और कविता गाकर देश के इस महान उपलक्ष को बड़ी धूम धाम से मनाते है.

Essay on independence day in Hindi speech on republic day in Hindi paper republic day in Hindi Wikipedia:- भारतवर्ष त्योहारों के लिए प्रसिद्ध हैं. अधिकतर त्योहार किसी न किसी धार्मिक उत्सव के लिए होते हैं. जब से भारतवर्ष स्वतंत्र हुआ हैं. तब से कुछ त्योहार राष्ट्रीय भावनाओं के आधार पर प्रचलित हो गये हैं.

हमारे कुछ त्योहार देश के महापुरुषों के जन्म या मरण तिथियों पर मनाए जाते हैं. जैसे गांधी जयंती प्रताप जयंती इत्यादि. कुछ पर्व हमारे की दृष्टि से बड़े महत्वपूर्ण हैं. इनमे १५ अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और २६ जनवरी को गणतंत्र दिवस का विशेष महत्व हैं.

वैसे तो हमारे देश में अनेक पर्व मनाये जाते है. पर गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है. जो हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है. इस पर्व की शुरुआत 26 जनवरी 1950 को हुई थी.

इसी दिन हमारा देश अंग्रेजो की गुलामी से मुक्त होने के बाद हमारे देश ने स्वंय का सविंधान को लागु किया था. इससे पहले हमारा देश 15 अगस्त को स्वतंत्र हुआ था.

पर देश में सविंधान को 26 जनवरी 1950 में ही लागु किया था. इसी कारण हमारे देश में इस पर्व को काफी सम्मान दिया जाता है.इस पर्व से हमारा देश का आत्मसम्मान बढ़ता है.

१५ अगस्त के दिन ही हमारे देश को अंग्रेजों से आजादी प्राप्त हुई. इसी दिन से हमारा देश स्वतंत्र राष्ट्र बना परन्तु २६ जनवरी के दिन भारतीय जनता का शासन अपने द्वारा रचित संविधान द्वारा स्थापित हुआ.

इसी दिन सूर्योदय के साथ ही हमारा देश की राजधानी दिल्ली में भारतीय गणराज्य के रूप में नवीन युग का उदय हुआ.

गणतंत्र दिवस की ऐतिहासिक पृष्टभूमि-इसी दिन श्री जवाहरलाल नेहरु ने वर्ष १९२९ में लाहौर में रावी नदी के तट पर कांग्रेस अधिवेशन में ब्रिटिश सरकार के सम्मुख पूर्ण स्वराज्य की मांग रखी थी. और कहा था कि आज से हम स्वतंत्र हैं.

इस प्रकार २६ जनवरी १९३० को सारे देश में झंडा फहराकर पूर्ण स्वराज्य प्राप्ति की प्रतिज्ञा ली गई थी. इसलिए स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश का संविधान २६ जनवरी को लागू किया गया.

मनाने का ढंग-२६ जनवरी के दिन सारे भारत में प्रसन्नता की लहर दौड़ जाती हैं. इस दिन प्रातः से सायंकाल तक प्रत्येक नगर में उत्सव मनाए जाते हैं. और ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं, जिससे देश वासी सामूहिक रूप से भाग लेकर आनन्द मना सके. इस दिन देश भर में छुट्टी रहती हैं. 

शिक्षण संस्थानों में भी ध्वजारोहण किया जाता हैं. जिसमें सब अध्यापक और विद्यार्थी मिलकर भाग लेते हैं. गणतंत्र दिवस के दिन गाँवों और नगरों में प्रभातफेरी निकाली जाती हैं.

राज्यों की राजधानियों में राज्यपाल राष्ट्रीय झंडे को फहराते हैं. देश की राजधानी दिल्ली में जनपथ पर यह दिवस बड़े धूमधाम से मनाया जाता हैं. सायंकाल में भी अनेक कार्यक्रम होते हैं.

उपसंहार- इस प्रकार यह राष्ट्रीय पर्व हंसी ख़ुशी के साथ मनाया जाता हैं. यह दिवस हमें इस बात की याद दिलाता है कि हमें अपने राष्ट्र की स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा करनी चाहिए. हमें अनुशासन में रहकर सभ्य नागरिक की तरह आचरण करना चाहिए.

गणतंत्र दिवस पर 10 लाइन हिंदी में Republic Day 10 Line In Hindi

  1. गणतंत्र दो शब्दों से मिलकर बनता है.जिसमे गण का अर्थ लोगो तथा तंत्र का अर्थ शासन होता है.
  2. गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है. ये हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है.
  3. गणतंत्र दिवस की शुरुआत 26 जनवरी 1950 को हुई थी.
  4. गणतंत्र दिवस के दिन सभी सरकारी कार्यालयों में अवकाश रखा जाता है.
  5. गणतंत्र दिवस के दिन अनेक कार्यकर्म आयोजित किये जाते है. जिसमे विद्यार्थी भाग लेते है.और श्रेष्ठ आने वाले विद्यार्थियों को विद्यालय की और से इनाम भी दिया जाता है.
  6. इस दिन विजय चौकी से लेकर इंडिया गेट तक भारतीय सेना द्वारा परेड निकाली जाती है. जिसमे राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी शामिल होते है.
  7. इस दिन प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले में ध्वजारोहण किया जाता है.
  8. इस दिन को भारत गणतंत्र बना था. ओर इसी दिन से भारत लोकतान्त्रिक बना था.
  9. इस दिन सविंधान सभा को लागु किया गया था.
  10. ये पर्व हर एक साल बाद आता है.
गणतंत्र दिवस पर निबंध 2024 Essay On Republic Day  In Hindi 2024

भारत का राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है. ये उत्सव लगातार 1950 से मनाया जाता है. ये उत्सव भारत के गणतंत्र होने के उपलक्ष में मनाया जाता है.

इस उत्सव में सभी भारतीय भाग लेते है. ये उत्सव भारत का सम्मान बढाता है. ये कोई धार्मिक या सामुदायिक उत्सव नहीं है. ये राष्ट्रीय उत्सव है. इसलिए सभी प्रेमभाव से इसमे भाग लेते है.

इस दिन हमारे देश में स्वंय निर्मित सविंधान का को लागु किया गया था. इस दिन से हमारा देश एक गणराज्य देश बना. इसी कारण हमारे देश में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते है.

गणतंत्र का अर्थ लोगो का शासन होता है. इसी दिन के बाद देश में लोगो का शासन शुरू हुआ. यानि हमारा देश लोकतान्त्रिक बना. ये एक राष्ट्रीय पर्व है.

इस दिन हमारे देश में सरकारी कार्यालयों विद्यालयों तथा सभी सरकारी स्थलों पर झंडारोहण किया जाता है. इस दिन अनेक संस्कृतिक कार्यकर्म होते है. जिसमे सभी भाग लेते है.

इस दिन पूरा देश मिलकर देश के राष्ट्रगान को गाता है. देश की इस महान मिशाल को पूरा संसार देखता है. और इससे हमारे देश का गौरव बढ़ता है. यही कारण है. कि हमारे देश को एकता का देश कहा जाता है.

इस दिन सुबह विद्यालय में देशभक्ति के गीत बजाये जाते है. तथा देश के शहीद वीर सपूतो को याद किया जाता है. उनकी गाथाओ को सुना जाता है. इसमे बाद प्रतियोगिताए की जाती है. जिसमे विद्यार्थी बढ़-चढ़कर भाग लेते है.

संस्कृतिक कार्यकर्मो के साथ-साथ देशाक्ति गीत, भाषण,निबंध प्रतियोगिता,चित्रकला,नाटक तथा कविता की प्रस्तुति की जाती है. इस दिन सभी अभिभावक विद्यालय के प्रांगण में पधारते है. और विद्यालय उनका आभार ज्ञापित करता है.

और अभिभावक जिस कविता,भाषण या किसी भी प्रस्तुति से प्रेरित होते है. तो वे विद्यार्थियों को अपनी ओर से भेंट देते है. इस प्रकार सभी देश के इस महान पर्व को मिलकर बड़ी-धूमधाम से मनाते है.

भारत के प्रधानमंत्री द्वारा विशेष परेड का आयोजन किया जाता है. जिसमे भारतीय फ़ौज द्वारा इस परेड को निकला जाता है. इसमे राष्ट्रपति भी शामिल होते है.

ये परेड विजय चौक से लेकर इंडिया गेट तक चलती है.इस परेड में सभी अपनी शक्ति का उदभव प्रकट करते है. तथा दिल्ली के लाल किले पर जाकर इस पर्व को मनाया जाता है. इसमे बाद सभी को भेंट दी जाती है. ये पूरा दृश्य टीवी में दिखाया जाता है.

इस दिन हर घर में हर विद्यालय,गाँव,शहर,कार्यालयों, में राष्ट्र भक्ति के गीत बजाये जाते है. देश के महान सपूतो को याद किया जाता है. इस दिन प्रत्येक भारतीय नागरिक देश के इस इस पर्व में भाग लेता है.

इस उत्सव का सबसे ज्यादा उत्साह विद्यार्थियों को होता है. वे इस दिन अनेक प्रतियोगिताओ में भाग लेते है. बड़े-बड़े नेताओ,लोगो को देखते है.

प्रतियोगिता में भाग लेकर खुद को श्रेष्ठ लाने के लिए मेहनत करते है.ओर इस दिन उन्हें विद्यालय की ओर से सामूहिक भेंट भी दी जाती है.जिससे बच्चे आने वाले संस्कृतिक कार्यकर्मो में भाग लेने के लिए प्रेरित हो.

गणतंत्र दिवस पर निबंध Essay On Republic Day  In Hindi

प्रस्तावना- हमारे देश में प्रति वर्ष निरंतर 74 साल से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. इस दिन होने वाले बड़े कार्यकर्मो में लोगो को भाग लेने के लिए अवकाश रखा जाता है.

हमारे देश आजादी पाने के बाद भी पूर्ण रूप से स्वतंत्र नहीं था. पर जब सविंधान का निर्माण किया गया और 26 जनवरी को लागु किया गया उस दिन के बाद हमारा देश पूर्ण रूप से स्वतंत्र हो गया और हमारे देश में स्वंय निर्मित सविंधान को लागु किया गया. इस दिन के बाद हमारा देश लोकतान्त्रिक गणराज्यो में गिना जाने लगा.

भव्य कार्यक्रम- गणतंत्र दिवस के इस पर्व पर हमारे देश में अनेक जगहों पर भव्य कार्यकर्मो का आयोजन किया जाता है. जिसमे-विद्यालयों,कार्यालयों,अस्पताल आदि में तो छोटे-छोटे कार्यकर्म होते है. जिसमे गाँव या शहर के लोग जुड़ते है.

और ये कार्यकर्म विद्यार्थियों द्वारा किये जाते है. पर देश का सबसे बड़ा कार्यकर्म देश की आन-बान-शान भारतीय सेना निकालती है. इस दिन भारत की तीनो सेना (जल सेना,थल सेना तथा वायु सेना) एक साथ मिलकर एक परेड निकालकर देश को सलामी देते है.

इस परेड में भारत के राष्ट्रपति भी शामिल होते है. ये परेड बहुत लम्बी चलती है इस परेड को इंडिया गेट तक चलाया जाता है.और इस पर्व की ख़ुशी में भारतीय सैनिक,राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री इस अवसर पर अपनी प्रस्तुति देखकर भारत माँ का सम्मान बढ़ाते है.

इस पर्व को भारत का शक्ति प्रतिक माना जाता है.इस दिन भारतीय सैनिक अपनी शक्ति का प्रदर्शन भी करते है. इसके बाद भारत के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति और सैनिक मिलकर लाल किले पर देश का झंडारोहण करते है. और देश को गौरान्वित करते है.

गणतंत्र दिवस का इतिहास- भारत को स्वतंत्रता मिलने से पूर्व ही हमारे देश में सविंधान निर्माण की नीव रखी जा चुकी थी. पर भारत के इस सविंधान में अनेक बैठके हुए.

अनेक लोगो ने भाग लिया बड़े-बड़े नेताओ ने इस पर टिप्पणी की पर भारतीय सविंधान का निर्माण होने में एक लम्बा समय तो लगा जरुर पर हमारे देश का सविंधान दुनिया का सबसे श्रेष्ठ सविंधान है.

भारतीय सविंधान में 17 समितिया बनाई गई और सभी को अपना अलग-अलग काम सौपा गया.इसके बाद इस सविंधान में 114 बैठके हुई.

सविंधान की सबसे बड़ी समिति प्रारूप समिति का निर्माण भीम राव अमेडकर ने किया था. सविंधान निर्माण में  2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन का लम्बा समय लगा पर 26 नवम्बर 1949 को भारतीय सविंधान का निर्माण किया गया. इसीलिए 26 नवम्बर को सविंधान दिवस माना जाता है.

इसके बाद 24 जनवरी को सभी ने सविंधान के पारित हस्ताक्षर कर दिए और 26 जनवरी1950 को इसे लागु कर दिया गया.और इस दिन के बाद देश स्वंय का सविंधान स्वंय के नियम चलाने लगा.

भारतीय सविंधान में एक ऐसे व्यक्ति का नाम नहीं है. जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन देश को आजद कराने में लगा दिया कई बार जेल की सजा भी मिली कई बार अंग्रेजो से मार भी खानी पड़ी. हम बात कर रहे है. हमारे देश के राष्ट्रपिता बापू महत्मा गांधीजी की भारतीय सविंधान में गांधीजी का कोई योगदान नहीं था.

उपसंहार- ये दिन हमारे देश को गौरवान्वित करता है. इस दिन देश के प्रत्येक नागरिक खुद को गौरवशाली मनाता है. देश में इस दिन अनेक कार्यकर्म आयोजित किये जाते है.

इस दिन सभी बढ़-चढ़कर भाग लेते है.और एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देते है. इसके बाद सभी को विद्यालय की तरफ से मिष्ठान दिया जाता है. और सभी मस्ती में झूमते हुए अपने घर चले जाते है.

इस दिन भारत में ही नहीं बल्कि पुरे विश्व में इस कार्यकर्म को देखा जाता है. और बड़े-बड़े देशो के नेता हमारे देश को बधाईयाँ देते है.

26 जनवरी पर निबंध Essay On Republic Day  In Hindi

प्रस्तावना- हमारा देश कई सालो तक अंग्रेजो का गुलाम रहा जिसके बाद 1947 में हमारा देश आजद हुआ. पर इसके बाद 26 जनवरी को हमारे देश के श्रेष्ठ कानून सविंधान को लागु कर दिया.

इस दिन के बाद हमारा देश लोकतान्त्रिक गणराज्य बना. इसकी ख़ुशी में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते है.

गौरवपूर्ण राष्ट्रीय पर्व - हमारे देश के सभी लोगो के लिए गणतंत्र दिवस महत्वपूर्ण उत्सव है.इस दिन सभी लोग इसे बड़े हर्षोल्लास के साथ इस उत्सव को मनाते है. ये उत्सव देश के गौरव को बढाता है.

इस उत्सव का लोग बहुत लम्बे समय तक इंतजार करते है. ये उत्सव हर एक साल बाद आता है. और जब भी आता है. सबसे लिए ढेर सारी खुशिया लेकर आता है.

इस उत्सव की तैयारी 15 दिन पहले से शुरू करते है. विद्यालयों में इस अवसर के लिए साफ-सफाई की जाती है. तथा बच्चो को परेड का अभ्यास करवाया जाता है.

साथ ही कई बच्चे संस्कृतिक कार्यकर्मो में भाग लेने वाले अपनी प्रस्तुति की तैयारी करते है.इस प्रकार सभी को इस उत्सव का बारीकी से इंतजार रहता है.

संस्कृति की झलक- भारत को आजदी मिलने का प्रमुख करना भारत की एकता ही थी. जिसके चलते भारतीयों ने अंग्रेजो को भारत से भगाया. पर भारतीय लोगो की एकता का हम अनुमान इस बात से लगा सकते है.

कि हमारा देश आजद होने से पहले जब हमारा देश अंग्रेजो का अधीन था. उस समय भारतीय लोगो ने गुप्त रूप से अपने स्वंय के सविंधान को रचाने का षडयंत्र रच दिया था.

जब-जब मौका मिला इस पर भारतीयों ने मौके का फायदा उठाते हुए. अपने प्रभुत्त्व को मजबूत किया और अंग्रेजो को कमजोर किया इसी प्रकार पुरे देश ने मिलकर धीरे-धीरे अंग्रेजो को देश से भगाया.

और अपने देश का सविंधान बनाया.इसलिए देश को विवधता में एकता कहते है.क्योकि यहाँ के लोग विविध परस्थिति में भी एकता का सन्देश देते है.

गणतंत्र दिवस के अवसर पर आज हमारे देश में अपनी संस्कृति, परंपरा को बढ़ावा दिया जा रहा है.गणतंत्र दिवस और अन्य उत्सवो पर भी लोक नृत्य लोक गीत तथा वाद्य यंत्रो के साथ अपनी संस्कृति की अनूठी परम्परा को को बढ़ावा देते है.

निष्कर्ष- आज हमारा देश स्वतन्त्र है. देश लोकतान्त्रिक है. तथा देश में श्रेष्ठ कानून सविंधान भी लागु है. पर इस समय में हमें अपने देश के सविंधान से सभी नियमो की पालना करना तथा अपनी संस्कृति को बढ़ावा देना हमारा कर्तव्य है.

हमें अपने देश का गौरव बढ़ाना हमारा धर्म है. ओर हम उम्मीद करते है. हमारे देश के सभी नागरिक मिलकर देश की प्रगति में अहम भूमिका निभाएँगे.

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